The Akhil Bhartiya Vishwakarma Mahasabha
The Akhil Bhartiya Vishwakarma Mahasabha
- समिति का नाम संगठन का नाम
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पंजीकृत तथा प्रशासनिक कार्यालय महासभा के पंजीकृत तथा प्रशासनिक कार्यालय कोलकाता तथा नई दिल्ली शहर की निगम सीमाओं के अन्दर स्थित होंगे और वर्तमान में 129 बी , कार्ल मार्क्स सरणी , खिदीरपुर , कोलकाता- 700023 और ई 129 , ओखला औद्योगिक क्षेत्र , फेस -3 , नई दिल्ली -110020 में क्रमश : स्थित हैं ।
- लक्ष्य तथा उद्देश्य जिन लक्ष्य तथा उद्देश्य के लिए विश्वकर्मा महासभा गठित की गई है वे निम्नानुसार दिए गए हैं : 1. अखिल भारतीय स्तर पर विश्वकर्मा समाज की पाँच शाखाओं ( अर्थात् मनु , माया , तवस्टा , शिल्पी तथा देवागंना ) के सभी व्यक्तियों ( पुरुषों तथा महिलाओं ) को संगठित करना । 2. भारत तथा विदेश में सभी पाँच श्रेणियों के लिए पूर्ण और प्रभावी संगठन के रूप में सेवा करना । 3. विश्वकर्मा महासभा के सदस्यों और इसके परिवारों के मध्य एकजुटता , सेवा , भाई चारे , सहयोग तथा आपसी सहायता की भावना को बढ़ावा देना ।
- विश्वकर्मा महासभा के तहत संगठित और सुदृढ़ करते हुए विश्वकर्मा समाज को उनके अधिकारों तथा कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना ।
- कार्यकुशलता और अनुशासन के मानक बढ़ाना ।
- आर्थिक , सामाजिक , सांस्कृतिक और नैतिक क्षेत्रों में विश्वकर्मा महासभा के अधिकारों तथा कर्तव्यों के लिए सूचना के एक वितरण केन्द्र और विचारों तथा अनुभवों के आदान - प्रदान के लिए एक मंच के रूप में सेवा करना । आर्थिक , सामाजिक , सांस्कृतिक और नैतिक क्षेत्रों में विश्वकर्मा महासभा के अधिकारों तथा कर्तव्यों के लिए सूचना के एक वितरण केन्द्र और विचारों तथा अनुभवों के आदान - प्रदान के लिए एक मंच के रूप में सेवा करना ।
- विश्वकर्मा महासभा के विभिन्न वर्गों के विधिसम्मत अधिकारां तथा हितों की सुरक्षा के लिए गतिविधियों का समन्वय करना ।
- जीवन के सभी क्षेत्रों में विश्वकर्मा महासभा के हितों और प्रतिष्ठा की उन्नति तथा सुरक्षा करना और आपस में तथा भारत व विदेश में लोगों के अन्य वर्गों के साथ सौहार्दपूर्ण एवं मेलजोल के सम्बन्ध बनाए रखना ।
- विश्वकर्मा महासभा के सदस्यों के काम करने की दशा में तीव्र गति से सुधार सुरक्षित करना ।
- महासभा में प्रत्येक परिवार के लिए निर्वाह मजदूरी सुनिश्चित करना और महासभा सदस्यों के जीवन स्तर में प्रगतिशील सुधार लाना ।
- सदस्यों और उनके बच्चों तथा आश्रितों के लिए काम और रोजगार पैदा करना
- विश्वकर्मा महासभा के सदस्यों और उनके बच्चों में विज्ञान , साहित्य , कलाओं फैलाना । और उद्योगों के साथ - साथ शारीरिक तथा नैतिक प्रोन्नति के लिए उपयोगी ज्ञान
- मन्दिर , धार्मिक स्थान विद्यालय , महाविद्यालय , लाइब्रेरी , वाचनालय , चिकित्सालय आदि को अर्जित स्थापित शुरू मदद , प्रबन्ध करना अथवा रखरखाव करना । करने का कारण बनना ।
- उपयोगी साहित्य पत्रिकाओं , पुस्तकों आदि का प्रकाशन करना और प्रकाशित
- उपयोगी साहित्य पत्रिकाओं , पुस्तकों आदि का प्रकाशन करना और प्रकाशित
- आपसी बातचीत व सुलह के जरिए तथा इनके कामयाब न होने पर उपयुक्त स्तर पर कार्यकारी संगठन द्वारा परिवादों तथा शिकायतों का निवारण सुनिश्चित करना उच्चतम कमान ( केन्द्रीय निकाय ) का निर्णय अन्तिम तथा बाध्यकारी होगा ।
- विश्वकर्मा महासभा की सुधरती दशाओं के लिए उपयुक्त विधायी विधिकरण सुनिश्चित करना और महासभा की उन्नति और सुरक्षा के लिए उपयुक्त विधान को लागू करना ।
- अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा तथा इसके हितों का प्रतिनिधित्व करना अथवा नगर , स्थानीय राज्य और केन्द्र सरकार प्राधिकरणों तथा अन्य संगठनों व भारत में तथा विदेश में जाँच आयोगों , निकायों आदि साविधिक निकायों के साथ कोई समझोते अथवा व्यवस्था करना और विश्वकर्मा महासभा जिन अधिकारों , विशेषाधिकारों तथा रियाअतों को पाना आवश्यक एवं वांछनीय समझें उनको प्राप्त करना ।
- समग्रता में राष्ट्र के और विश्वकर्मा महासभा के किन्हीं उद्देश्यों से सम्बन्धित सभी मामलों के अच्छे प्रशासन और नियमों के लिए स्थानीय, राज्य ,संघ सरकार तथा अन्य प्राधिकरणों को बढ़ावा देना ,प्रायोजित करना , अनुरोध करना, शिष्टमंडल मिलाना , ज्ञापन देना , याचिका देना अभ्यावेदन करना |
- इन समान उद्देश्यों को अंश में या समग्रता में प्राप्त करने के लिए विश्वकर्मा समाज के सभी वर्गों को समर्थन देना अथवा सम्बद्ध करना, सहयोग देना और संघबद्ध हो जाना|